मामला अध्ययन (केस स्टडी)

स्टंटिंग(बौनापन): पेरू

प्रस्तावना

बिल और मेलिंडा गेट्स द्वारा

वैश्विक स्वास्थ्य में बौनापन सबसे शक्तिशाली, लेकिन सबसे जटिल पैमानों में एक है।

बौने बच्चों को उन बच्चों की तरह परिभाषित किया जाता है जो अपनी उम्र के हिसाब से एक निर्दिष्ट मात्रा से ठिगने (छोटे) हैं। लेकिन वास्तव में वह बच्चे की लम्बाई नहीं है जिसे लेकर हम चिंतित हैं। बल्कि, बौनापन एक ऐसी बात का महत्वपूर्ण संकेतक है जो कहीं अधिक महत्वपूर्ण है: कि बच्चे कैसे बौद्धिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से विकास कर रहे हैं। बौनापन वास्तव में तंदुरूस्ती से बिल्कुल विपरीत स्थिति है, यही कारण है कि हम बौनेपन को इतना शक्तिशाली पैमाना मानते हैं।

लेकिन बौनेपन की समस्या जटिल है क्योंकि इसके पीछे एक समयावधि में एक साथ कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं जिसमें एक माँ के स्वास्थ्य से लेकर बच्चे की खुराक, बीमारी का इतिहास और वातावरण तक सभी कारण शामिल हो सकते हैं। हमारे पास अभी तक मूल कारणों का पूरा ब्यौरा नहीं है—और इसे रोकने के लिए कोई ऐसा हस्तक्षेप (इंटरवेन्शन) भी मौजूद नहीं है जो अकेला ही काफी हो। हमें कई प्रकार के हस्तक्षेपों (इंटरवेन्शन्स) का मिला-जुला उपयोग करना होगा। हमने स्टंटिंग (बौनेपन) और उसके समाधान के बारे में और जानने के लिए हाल ही में अपना बहुत सा समय वैश्विक विशेषज्ञों से बात करने में लगाया है। विकास विशेषज्ञ और इस क्षेत्र में सक्रिय पेशेवर लगातार साक्ष्यों को इकट्ठा कर रहे हैं, लेकिन देशों को स्वास्थ्य और पोषण से जुड़े उन प्रयासों को बढ़ाने की जरूरत है, जो पहले से ही स्टंटिंग कम करने में सफल साबित हुए हैं।

पेरु की कहानी प्रभावशाली है क्योंकि वह इस चुनौती से कारगर ढंग से निपटने में कामयाब होते दिख रहे हैं और पेरू उन उपायों पर काम कर रहा है जो हमारी समझ के अनुसार कारगर हैं। पेरु ने साबित किया है कि अगर नेतृत्व उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर कदम उठाए तो स्टंटिंग (बौनापन) एक समाधान योग्य समस्या है।

हमने केयर (CARE) पेरु के देशीय निदेशक (कंट्री डायरेक्टर), मिलो स्टेनोजेविक, और पेरु की पूर्व सहायक विकास और सामाजिक मूल्यांकन मंत्री, एरियेला लूना से कहा कि वे लिखकर संक्षेप में जानकारी दें कि इतने कम समय में देश ने इतनी प्रगति कैसे की है।

पेरु में 5 साल से कम उम्र के बच्चों में स्टंटिंग (बौनेपन) की प्रबलता
अब तक की प्रगति
19902016
0
10
20
30
40
50%
39%
18%
बाल कुपोषण पहल का गठन
2006

फील्ड से

मिलो स्टेनोजेविक

राष्ट्रीय निदेशक, केयर (CARE) पेरु और सन (SUN) सिविल सोसाइटी नेटवर्क के अध्यक्ष

मैं पेरु में पला-बढ़ा, थोड़े समय के लिए विदेश गया, और 2005 में 13 साल बाद घर वापस आया, देखा कि यह एक अलग ही देश था, एक मध्यम-वर्गीय आमदनी वाला देश।

लेकिन हमारे देश में अब भी निम्न आय वाले देश की कुपोषण दर थी। सरकार परंपरागत पोषण कार्यक्रमों के माध्यम से समस्या से निपटने की कोशिश कर रही थी, लेकिन हस्तक्षेप के वे तरीके जो स्वास्थ्य और पोषण का बड़े पैमाने पर मुकाबला ना करें, वे कभी भी काम नहीं करने वाले थे।

CARE (देखभाल) पेरु ने हाल ही में एक बड़े कार्यक्रम को समाप्त किया है, जो USAID द्वारा वित्तपोषित था, और जिसने एक अलग दृष्टिकोण अपनाया था। हमने पोषण, भोजन की सुरक्षा, पानी और स्वच्छता, और 1200 समुदायों में स्वास्थ्य निवेश की एक श्रृंखला को मिला दिया था, और अद्भुत परिणाम प्राप्त किये थे। हमने उन समुदायों में सतत कुपोषण को 10 प्रतिशत से कम कर दिया। हम चाहते थे कि सरकार हमारे द्वारा सीखे गये सबकों को अपनाएँ, इसलिए, अन्य गैर-सरकारी संगठनों और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के साथ काम करते हुए, हमने 2006 के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सही समय पर बच्चों के कुपोषण के लिए पहल (Child Malnutrition Initiative) का गठन किया।

हमने उम्मीदवारों को समझाया कि स्टंटिंग (बौनापन) पेरु में ग़रीबी का मुख्य कारण थी—कि 30 प्रतिशत बच्चों का सतत कुपोषण से ग्रस्त होना पूरे देश को हानि पहुंचाता है। हमने उन्हें काम करने वाले हस्तक्षेपों के एक पैकेज के बारे में अपने सबूत भी दिखाएँ। स्पष्ट समस्या, स्पष्ट समाधान। हम सभी प्रमुख उम्मीदवारों से 5x5x5 प्रतिबद्धता पर हस्ताक्षर करवाने में भी सफल रहे: 5 साल से कम उम्र के बच्चों में स्टंटिंग (बौनेपन) को 5 सालों में 5 प्रतिशत कम करना।

जब ऐलन गार्सिया राष्ट्रपति के पद के लिए चुने गये, तो प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के सामने एक भाषण में राष्ट्रपति की इस प्रतिबद्धता की अभिपुष्टि की। हम बहुत खुश हुए थे। सरकार पूरे पेरु वासियों के सामने टीवी पर सतत कुपोषण से लड़ने के लिए वादा कर रहे थे। दरअसल, राष्ट्रपति गार्सिया ने अंतत: और भी अधिक करने का वचन लिया—स्टंटिंग को 9 प्रतिशत से कम करना, एक ऐसा लक्ष्य जिसे उन्होंने पूरा कर दिखाया। पोषण एक राष्ट्रीय प्राथमिकता था।

2011 में सरकार बदली, और हमने फिर से इस सारी कार्रवाई को दुबारा से किया। और पिछले साल फिर से। हम पोषण के सवाल को राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले तर्क-वितर्कों में शामिल करना चाहते थे, इसलिए हमने अपने नेटवर्कों से संपर्क साधा और 2000 लोगों को उसी सवाल के साथ चुनाव बोर्ड के पास भेजने में सफल हुए। तो समन्वयक ने पूछा: "आप देश में सतत कुपोषण को कम करना जारी रखने के लिए क्या करेंगे?"

हमें हमारे प्रतिपालन पर गर्व है, लेकिन अकेले प्रतिपालन ही कार्यक्रमों को परिवर्द्धन की ओर नहीं ले जाता। आपको ऐसे कार्यक्रम तैयार करने पड़ते हैं जो उस तरीके में सही बैठते हों जैसे कि सरकार काम करती है। हमारे पास वे सभी जवाब मौजूद नहीं थे कि ऐसा कैसे करें। लेकिन हम जानते थे कि उच्चतम स्तर की राजनीतिक प्रतिबद्धता प्राप्त करना ज़रूरी है, एक रणनीति जो मंत्रालयों और सरकार के विभिन्न स्तरों के बीच हस्तक्षेप के तरीकों का समन्वय करती हो, और पोषण के लिए निवेश में वृद्धि करती हो। हमने बस दबाव बनाये रखा, और तीन विभिन्न प्रशासनों के माध्यम से समर्थन बनाये रखा, और सरकार ने ऐसा कर दिखाया।

फोटो गैलरी
घरों के बाहर

सूख रही मकई पोषण का महत्वपूर्ण स्थानीय स्त्रोत है।(सोगोबाम्बा, पेरू)

घर पर जाकर एक बच्चे की मां से बात करते हुए स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा बच्चे के

प्रगति चार्ट की समीक्षा(सोगोबाम्बा, पेरू)

निरीक्षण दौरे के दौरान स्वास्थ्यकर्मी द्वारा एक मां से उसके बच्चे के बारे में

बात करते हुए टेबलेट पर स्वास्थ्य विकास संबंधी जानकारियां एकत्र (सोगोबाम्बा, पेरू)

एक स्वास्थ्यकर्मी उस स्थानीय मातृ व बाल सामुदायिक केंद्र पर बच्चों के विकास

चार्ट के बारे में बता रहा है, जहां स्वास्थ्यकर्मी तीन साल से कम उम्र के हर बच्चे के लिए हस्तक्षेप व उसके वजन पर नज़र रखते हैं(सोगोबाम्बा, पेरू)

एक स्थानीय स्वास्थ्य क्लीनिक पर बच्चे की ऊंचाई का माप लेते समय मां अपने

नवजात शिशु को पकड़े हुए (पोट्रासांचा, पेरू)

एक नर्स द्वारा एक स्वास्थ्य क्लीनिक पर लड़की के सर की परिधि का माप लिया

जा रहा है ताकि उसकी अंतर्राष्ट्रीय औसत से तुलना की जा सके(एकोमायो, पेरू)

नियमित चेकअप के दौरान एक स्वास्थ्य क्लीनिक पर

बच्चे की ऊंचाई का माप लेती नर्स(एकोमायो, पेरू)

एक स्थानीय स्वास्थ्य सलाहकार कार्यक्रम से जुड़ी नर्सें एक मां को अपने बच्चों

की सर्वश्रेष्ठ देखभाल के तरीके बता रही हैं (एकोमायो, पेरू)

पेरू  की एक पोषण संबंधित परियोजना में बच्चे को खाना खिलाते माता—पिता की तस्वीर

आपूर्ति श्रृंखला में मुद्दों को संबोधित करके, सेनेगल क्लिनिक की पहली यात्रा के दौरान महिलाओं की सेवाओं के लिए गर्भनिरोधक विकल्प प्रदान कर सकता है (डकर, सेनेगल)

फील्ड से

एरियेला लूना

पेरु की पूर्व विकास और सामाजिक मूल्यांकन सहायक मंत्री, पेरु

हमने उपलब्ध वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर दीर्घकालिक बाल कुपोषण को कम करने के लिए एक कारण बताने वाला मॉडल तैयार करके शुरुआत की, और हमने सभी हितधारकों को इसके लिए सहमत होने के लिए तैयार किया।

फिर, हमने दो लागत-प्रभावी, उच्च-प्रभाव वाले हस्तक्षेप के तरीकों को प्राथमिकता दी: बच्चों का टीकाकरण और माँओं को यह समझने में मदद करने के लिए उनकी जाँच करना और सलाह देना, कि वे कैसे गर्भधारण से लेकर बच्चे के दूसरे जन्मदिन तक, 1,000 दिनों के दौरान स्वयं को और अपने बच्चों को स्वस्थ और अच्छी तरह से पोषित रख सकती हैं। आप दो दर्जन हस्तक्षेप के तरीकों वाला एक बढ़िया कार्यक्रम तैयार कर सकते है, लेकिन आप इसे कभी भी चला नहीं सकते। प्राथमिकताएँ तय करना और फिर से प्राथमिकताएँ तय करना ज़रूरी था।

स्वास्थ्य क्षेत्र ने अर्थव्यवस्था और वित्त मंत्रालय के साथ मिलकर प्रभावी ढंग से काम किया। हमने एक परिणाम-आधारित बजट रणनीति लागू की और सुस्पष्ट पोषण कार्यक्रम बनाया, जिसने हमें मौजूदा बजट को पुनर्व्यवस्थित करने और सतत कुपोषण के प्रति फिर से ध्यान केन्द्रित करने दिया। यह था जिसने अर्थव्यवस्था और वित्त मंत्रालय को यकीन दिला दिया। वे कहा करते थे, "यदि इसकी लागत बहुत अधिक हुई, तो हम इससे परे ही रहेंगे" लेकिन कोई भी बच्चों के लिए की जाने वाली पहल के खिलाफ़ खड़ा नहीं होगा जबकि समाधान सिद्ध और वहनीय हों।

जब हमने इस कार्यक्रम को लागू करना शुरु किया, तो हमने देश के उन क्षेत्रों को लक्ष्य बनाया जहाँ स्टंटिंग की दरें सबसे अधिक थीं। उन क्षेत्रों में, हमने प्रत्येक स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र की ज़रूरतों के आधार पर बजट बनाना और परिणामों को ट्रैक करना शुरु किया। जब मैं कवरेज का निरीक्षण करने के लिए किसी भी क्षेत्र की यात्रा करती थी, तो वे मुझ से झूठ नहीं बोल सकते थे, क्योंकि हमने उनका मूल्यांकन करना जारी रखा, हरेक साल में सिर्फ एक बार नहीं, यदि संभव हो तो हर रोज़।

बच्चों के लिए की जाने वाली पहलों के रास्ते में कोई नहीं आएगा यदि समाधान सिद्ध किये गये और वहनीय हों।

परिणामों को मापने की हमारी क्षमता ने उन क्षेत्रीय सरकारों को प्रोत्साहन देने में भी हमारी मदद की जिन्होंने अच्छा कार्य-निष्पादन किया था, जिससे प्रगति में भी तेज़ी आई। पहले, हमने अर्थव्यवस्था मंत्रालय के बजट के छोटे से हिस्से को रोक कर रखा, जब तक कि प्रांत अपने-अपने मुख्य लक्ष्यों को पूरा न कर लें। छह महीनों में, देश के लगभग 100 प्रतिशत प्रांत सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन कर रहे थे जिन्हें कि पहले नजरअंदाज किया गया था।

हमने उन प्रांतों को अतिरिक्त पैसा भी दिया जिन्होंने उन आधारभूत सुविधाओं में निवेश किया जिनकी उन्हें हमारे साथ तय किये गये लक्ष्यों को पूरा करने के लिए ज़रूरत थी। जूता बनाने के लिए, आपको चमड़े, कैंचियों और कर्मचारियों की ज़रूरत होती है। एक टीकाकरण कार्यक्रम को लागू करने के लिए, आपको नर्सें और आपूर्तियाँ चाहिए होती हैं। जब प्रांतों को अधिक बजट मिला तो उन्होंने सभी चीज़ों को स्थापित कर लिया।

इन दो प्रोत्साहनों के साथ, हम निश्चित हो सकते हैं कि स्वास्थ्य देखभाल सुविधा-केंद्र दिन-प्रतिदिन के कार्य के लिए तैयार थे। और इस दिन-प्रतिदिन के कार्य ने पेरु के बच्चों की जिन्दगी बदल दी।

अब हम एक ऐसा देश हैं जो अपने संसाधनों को पुनर्निर्देशित करने में कामयाब रहा है ताकि लाखों बच्चों को सतत बाल कुपोषण से मुक्त कर सकें। और सबसे अच्छी बात यह है कि पेरु में लम्बे समय से चला आ रहा सतत बाल कुपोषण लगातार कम होता जा रहा है।

आंकड़ों के पीछे की कहानियाँ

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